ऐ बादे-सबा किस नूर को लाये हो साथ मे .... आज जीने की फिर से तमन्ना हों चली मुझको !!!! ---- शायर " अशोक " ......... मेरे दिल मे जो भी ख्याल आते हैं , मैं उन्हें लिख देता हूँ ..... आप अपनी कीमती टिप्पणी अवश्य दें || ........... आपकी तारीफ़ और आलोचना , मुझे हमेशा सोचने और लिखने कों प्रेरित करती है ||...... धन्यवाद .......
2 comments:
क्या मतला कहा है ......
gazab kar diya..........seedha dil mein utar gaye sher.
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